Millet Farming : अगर आपने ही की है मोटे अनाज की खेती तो, मिलेगा ₹3000 सरकारी प्रोत्साहन, ये होंगे पात्र
Millet Farming : अगर आपने ही की है मोटे अनाज की खेती तो, मिलेगा ₹3000 सरकारी प्रोत्साहन, ये होंगे पात्र
खेत खजाना : 24 जून, सरकार किसानों को मोटे अनाज (मिलेट्स) की खेती के लिए प्रोत्साहित करने के लिए एक योजना चला रही है। इस योजना के तहत, किसानों को प्रति एकड़ ₹3,000 की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी, जो अधिकतम 5 एकड़ जमीन तक ₹15,000 तक हो सकती है। यह योजना झारखंड राज्य मिलेट मिशन योजना के तहत संचालित की जा रही है, जिसका उद्देश्य राज्य में मोटे अनाज के उत्पादन को बढ़ावा देना है।
कौन से किसान होंगे पात्र?
इस योजना के तहत, झारखंड राज्य के स्थायी निवासी किसान जो कम से कम 18 वर्ष के हैं और जिनके पास न्यूनतम 10 डिसमिल और अधिकतम 5 एकड़ जमीन है, वे पात्र होंगे।
आवेदन कैसे करें?
योजना के लिए आवेदन करने के लिए, किसानों को निम्नलिखित दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
आधार संख्या
मोबाइल नंबर
आधार सीडिंग बैक खाता
भू-स्वामित्व प्रमाण-पत्र (राजस्व रसीद)
मुखिया, ग्राम प्रधान, राजस्व कर्मचारी या अंचल अधिकारी द्वारा निर्गत वंशावली
रैयत या बटाईदार किसान का स्वयं घोषणा पत्र
किसान मिशन वेब पोर्टल पर निबंधन के लिए प्रज्ञा केंद्र में ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन की अंतिम तिथि
इस योजना के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 अगस्त, 2024 है।
मोटे अनाज की खेती के लाभ
मोटे अनाज, जैसे कि ज्वार, बाजरा, रागी, और कोदो, कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करते हैं। वे फाइबर, प्रोटीन और विटामिन से भरपूर होते हैं और इनमें कम वसा और कैलोरी होती है। मोटे अनाज टिकाऊ भी होते हैं और कम पानी में उग सकते हैं, जिससे वे सूखे वाले क्षेत्रों के लिए एकदम सही फसल बन जाते हैं।
सरकारी पहल का महत्व
झारखंड सरकार की यह पहल राज्य में मोटे अनाज की खेती को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। यह न केवल किसानों की आय में वृद्धि करेगा बल्कि राज्य में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने में भी मदद करेगा।